व्यवसाय

ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन (एमरा) एवम ऑर्गेनाइजर रिटेलर्स एसोसिएशन (ओरा ) ने वनप्लस उत्पादों के बहिष्कार का लिया निर्णय





ऑल इंडिया रिटेलर एसोसिएशन (ऐमरा) के अध्यक्ष कैलाश लखियानी ने उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष कुलवंत शर्मा एवम साउथ इंडियन ऑर्गेनाइजर रिटेलर्स एसोसिएशन (ORA) से बातचीत कर बताया कि 1मई से मेन लाइन रिटेलर्स में वन प्लस उत्पादों की बिक्री बंद करने के सामूहिक निर्णय लिया है। यह निर्णय कई अनसुलझी मुद्दों के जवाब में लिया गया है और इसे बहुत जल्द किसी भी वक्त अमली जामा पहनाया जायेगा।

मोबाइल रिटेलर्स के पास कम्पनी के बहिष्कार के सिवा कोई विकल्प नहीं

वनप्लस के खिलाफ रीटेलर्स की कई शिकायत हैं। जिसमे प्रमुख कारण वनप्लस का ऑनलाइन एवं में मैन लाइन रिटेलर्स के साथ मोबाइल स्टॉक को देने में भिन्नताएं

रोजगार एवं उद्यमी सूजन की कमी

रोजगार सृजन में योगदान देने के अवसरों के बावजूद, वन प्लस इस संबंध में पर्याप्त प्रयास करने में विफल रहा है। वितरक नेटवर्क स्थापित करने में ब्रांड की योजनाएं सीधे उद्योग के भीतर उद्यमी संभावनाओं को प्रभावित करती है और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार सूजन में भी शामिल नहीं होती है।

ऐमरा, ने कहा कि ब्रांड और उसके संचालन से जुड़े इन मुद्दों को हल करने और खुदरा व्यापारियो के भीतर विश्वास के पुनर्निर्माण के लिए वन प्लस के साथ रचनात्मक बातचीत में शामिल होने के लिए प्रतिवद्ध है। ओरा इंडिया जिनके अपने 4500 स्टोर्स देशभर में है और वनप्लस के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है और उनके साथ एकजुटता दिखाते हुए, हिंदुस्तान की मोबाइल की सबसे बड़ी संस्था ऐमरा के साथ एक जुट होकर राज्य भर में वनप्लस का संपूर्ण बहिष्कार करने का फैसला किया है, जब तक कि उठाए गए शिकायतों के समाधान के लिए कम्पनी द्वारा सार्थक कदम नहीं उठाए जाते।

एसोसियेशन का कहना है कि रिटेलर्स की प्रोब्लम को निपटाने में लंबे समय तक देरी का अनुभव हुआ है, जिससे वे अपने निवेश के लिए समय पर मुआवजे से वंचित हो गए हैं। इस तरह की प्रथाएं खुदरा विक्रेताओं की वित्तीय स्थिरता को कमजोर करती हैं और ब्रांड में विश्वास को कम करती हैं। खराब उत्पाद गुणवत्ता घटिया उत्पाद गुणवत्ता के जैसे पूर्व के कुछ मोबाइल फोन स्क्रीन पर हरी खड़ी रेखाओं का दिखना, कई ग्राहकों द्वारा रिपोर्ट किया गया है। यह गुणवत्ता मानकों से समझौता करने की चिंताजनक प्रवृति को दशार्ता है, जो खुदरा विक्रेताओं और उपभोक्ताओं दोनों के लिए अस्वीकार्य है। ऐमरा वनप्लस के व्यापार लाइसेंस को तत्काल रद्द करने की मांग करता है।

मेन लाइन रिटेलर्स ने वन प्लस स्मार्टफोन एवम अन्य प्रोडक्ट को किया बाय बाय (ऐमरा)

वन प्लस के स्मार्टफोन की पूरे भारत में बिक्री बंद होने को लेकर पिछले कुछ दिनों से खबरें सामने आ रही हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि मोबाइल रिटेल चेन ने 1 मई 2024 से वनप्लस के स्मार्टफोन, टैबलेट और वियरेबल आइटम्स की बिक्री बंद करने का फैसला किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ इंडियन ऑर्गेनाइज्ड रिटेलर्स एसोसिएशन (ORA) ने वन प्लस इण्डिया के डायरेक्टर ऑफ सेल्स रणजीत सिंह को पत्र लिखकर उनके प्रोडक्ट की बिक्री नहीं करने का फैसला लिया है। इस मामले में अब कंपनी का बयान सामने आया है।

पिछले दिनों आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत के अत्याधिक मेन लाइन रिटेलर्स ने वनप्लस के प्रोडक्ट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। काफ़ी समय से अत्यधिक रिटेलर्स को कंपनी के साथ शिकायतें थीं और वो इसका सामना कर रहे थे। इस मामले में कंपनी का अब बयान सामने आया है। वनप्लस ने बताया कि कंपनी रिटेलर्स के साथ मिलकर इस मामले का हल निकालने की कोशिश कर रही है।

कंपनी ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि कंपनी को पिछले 7 साल से भारत के भरोसेमंद रिटेलर्स का सहयोग मिला है और वनप्लस उसकी कदर करता है। इस समय कंपनी अपने पार्टनर रिटेलर्स के साथ मिलकर चिन्हित किए गए मुद्दों को सुलझाने का प्रयास कर रही है। हम पूरी तरह से अपनी इस साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हालांकि, कंपनी के फोन की मेन लाइन रिटेलर्स के माध्यम से बिक्री 1 मई से बंद होगी या नहीं, इसे लेकर कंपनी ने कुछ नहीं कहा है। रिटेलर्स को वनप्लस से शिकायत थी कि कंपनी बहुत कम प्रॉफिट मार्जिन दे रही है। साथ ही, कंपनी वारंटी और सर्विस क्लेम को प्रोसेस करने में भी देरी करती है। इन गंभीर समस्याओं को देखते हुए रिटेलर्स को वनप्लस के प्रोडक्ट की बिक्री बंद करने का फैसला लेना पड़ा। रिपोर्ट की मानें तो इस फैसले से 23 रिटेल चेन के 4,500 स्टोर प्रभावित होंगे। ये सभी रिटेल चेन आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तामिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के हैं।

वनप्लस के मोबाइल एवं अन्य प्रोडक्ट की मेन लाइन रिटेलर्स द्वारा बहिष्कार किए जाने की खबर आग की तरह अन्य प्रदेशों पर भी पहुंच रही है बाकी रिटेलर्स भी अपना मन बनाकर ऐसा कदम उठाने को मजबूर होते देख रहे।

साउथ ऑर्गेनाइज्ड रिटेलर्स एसोसिएशन का कहना है कि पिछले साल उन्हें वन प्लस के प्रोडक्ट को बेचने में कई तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ा, जिनका अब तक समाधान नहीं निकला है। कंपनी की तरफ से वारंटी और क्लेम को प्रोसेस करने में हो रही देरी की वजह से ग्राहक की नाराजगी झेलनी पड़ती है, जो उनके लिए एक और अतिरिक्त बोझ बन गया है। कंपनी की तरफ से आ रही दिक्कत की वजह से रिटेलर्स की इनवेंटरी खाली नहीं हो पा रही है। और सेल में नुकसान हो रहा है।

जबलपुर मोबाइल टेलीकॉम ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक सेठी ने बताया कि वनप्लस मोबाइल कम्पनी शुरू से ही ऑनलाइन बहुराष्ट्रीय कंपनी को फायदा पहुंचाती आई है पहले से ही (aimra) एवम अलग अलग प्रदेश की कई मोबाइल संस्थाओं की शिकायत के बाद ही वह मेन लाइन बाजार (खुदरा व्यापारी) में अपना प्रोडक्ट देना शुरू किया है और हमेशा से ही वह मेन लाइन रिटेलर्स को अपना प्रोडक्ट बाद में लॉन्च करती रही है पहले ऑनलाइन एवं अपने एक्सक्लूसिव स्टोर्स में देती रही है

सेठी ने काफी सरल भाषा में बताया कि इसी तरीके से कुछ बैंकिंग के डेबिट कार्ड एवं क्रेडिट कार्ड के साथ कैशबैक जैसे ऑफर्स का टाईअप करती है उसमे भी वह ऑनलाइन में सर्वप्रथम एवं मैन लाइन रिटेलर्स स्टोर्स को बाद में कुछ ऑफर्स दिए जाते है। एवम ऐसी डिस्काउट स्कीम का सेटेलमेंट कम्पनी क्रेडिट नोट के माध्यम से भुगतान करती रही है जो की विगत कई वर्षों से रिटेलर्स को काफी विलंब से क्रेडिट नोट दिए जाते हैं जिससे कि रिटेलर्स की पूंजी उनके प्रोडक्ट में दिए गए कैशबैक जैसे ऑफर्स में फैसी रहती है जिसे कंपनी द्वारा (5–6) पांच से छै माह में सेटलमेंट किया जाता रहा है।

इस तरीके की कई प्रॉब्लम्स आने पर रिटेलर्स द्वारा डिस्ट्रीब्यूटर्स से भी बाद विवाद होने लगता है एवं व्यापारिक आपसी संबंधों में भी दरार आती है अब रिटेलर्स इस तरीके की परेशानी से निजात पाने का माना बना चुका है। सभी रिटेलर्स को कंपनी द्वारा रिटेल्स के हितों को ध्यान में रखकर उचित फैसले का इंतजार है।

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