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छत्तीसगढ़ युवा महोत्सव का हुआ आगाज, राज्यपाल उइके और सीएम बघेल की टीम ने रस्साकशी में की जोर आजमाईश





रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव का रविवार को भव्य आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल अनुसुइया उईके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। इस दौरान मंच पर राज्य शासन के कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे। महोत्सव में विस अध्यक्ष चरणदास महंत और बॉक्सर विजेंदर सिंह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ के बाद प्रदेश के 27 जिलों से पहुंचे प्रतिभागियों ने मार्च पास्ट किया।

तीन दिवसीय युवा माहोत्सव में शामिल होने ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह रायपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहकर सभी का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभाओं में छत्तीसगढ़ अग्रणी है। राज्य सरकार ने खेल विकास प्राधिकरण बनाया है। निश्चित ही इससे युवाओं की प्रतिभा सामने आएगी।

युवा महोत्सव के शुभारंभ के बाद राज्यपाल अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की टीम ने रस्साकशी प्रतियोगिता में जोर आजमाईश की इस जोर आजमाईश में युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। युवा महोत्सव में छत्तीसगढ़ के परम्परागत खेलों में युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया है। रस्साकसी के अलावा गोंटा, भौंरा, फुगड़ी, गेंड़ी, दौड़ सहित अन्य पारंपरिक खेलों में भी राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शामिल होकर युवाओं का उत्साहवर्धन किया। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने बांटी और पिट्ठुल खेला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गेड़ी चढ़े।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने युवा महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व का है, क्योंकि आज स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिन है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का छत्तीसगढ़ के साथ गहरा संबंध रहा है। स्वामी जी ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 2 वर्ष छत्तीसगढ़ में बिताए थे।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने बूढ़ापारा स्थित जिस डे भवन में 2 वर्षों तक वे ठहरे थे, उस भवन को स्वामी विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके बदले में डे चेरिटेबल ट्रस्ट को मलेरिया क्षय रोग अस्पताल कालीबाड़ी में भूमि प्रदान करने संबंधी दस्तावेज ट्रस्ट को सौपी गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के विचारों, आदर्शो, और सिद्धान्तों तथा छत्तीसगढ़ से उनके संबंधों को पुनर्जीवित करने का काम स्वामी आत्मानंद जी ने किया। उन्होंने रायपुर में रामकृष्ण परमहंस आश्रम की स्थापना की। नारायणपुर में भी स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण मिशन का संचालन बहुत बेहतर तरीके से किया जा रहा है। रायपुर के कोटा में स्वामी विवेकानंद के नाम से स्कूल का संचालन हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि नौजवानों को धर्म के स्थान पर मैं खेल के मैदान में देखना चाहता हूं। हमारे युवा फौलादी और मजबूत हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा विवेकानंद जी के विचारों और आदर्शो को आत्मसात करें। युवा खेल और पढ़ाई में मन लगाएंगे तो वह दुर्गुणों से दूर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने नौजवानों को खेलबो-जीतबो-गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नया नारा दिया।

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