
नई दिल्ली। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ का टेंशन देने के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने बड़ा ऐलान किया है। बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है। इसके बाद यह घटकर 6% हो गया है।
रेपो रेट घटने से होम, ऑटो जैसे लोन्स सस्ते होंगे। इसपर बैंक कम ब्याज दर लेगी। ब्याज दर कम होने से डिमांड बढ़ेगी। ज्यादा निवेश होने से इकॉनमी को बूस्ट मिलेगा। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि MPC की बैठक में सर्वसम्मिति से रेपो रेट को घटाने का फैसला लिया गया। ट्रेड फ्रिक्शन की वजह से वैश्विक ग्लोबल ग्रोथ पर असर पड़ा है, इससे डोमेस्टिक ग्रोथ में बाधा आएगा।
बता दें कि रेपो रेट महंगाई से लड़ने के लिए एक शक्तिशाली टूल की तरह काम करता है। जब मार्किट में मनी फ्लो ज्यादा हो जाता है तो सेंट्रल बैंक रेट बढ़ाकर मनी फ्लो कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट बढ़ने पर बैंक से मिलने वाला कर्ज भी महंगा हो जाता है। मनी फ्लो कम होता है तो डिमांड में कमी आ जाती है और महंगाई घट जाती है।