पीएम मोदी ने केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का किया शिलान्यास, बोले- सुशासन ही बीजेपी सरकारों की पहचान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश के खजुराहों में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अटलजी को समर्पित डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान केन-बेतवा नदी लिंक प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने 1153 नवीन अटल ग्राम सेवा सदन का भी भूमिपूजन किया। जिसे बनाने में 437 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले समय में मध्य प्रदेश देश के टॉप की इकॉनमी में से एक होगा। इसमें बुंदेलखंड की बड़ी भूमिका होगी। विकसित मध्य प्रदेश और विकसित भारत बनाने में बुंदेलखंड अपनी भूमिका निभाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि पानी हर किसी के जीवन से जुड़ा है। इसलिए ही आज यह लोगों की भीड़ मुझे आशीर्वाद देने आई है।
पीएम मोदी कहा कि हमारे लिए सुशासन दिवस सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं है। सुशासन बीजेपी सरकारों की पहचान है। मैं देश की जनता से आग्रह करूंगा कि आजादी के 75 साल के अवसर पर एक बार आकलन करें, विकास और सुशासन के मापदंड तय करें और हिसाब लगाएं कि जहां कांग्रेस की सरकारें थीं वहां क्या काम हुआ और जहां बीजेपी को सरकार चलाने का मौका मिला वहां क्या हुआ। मैं दावे के साथ कहता हूं कि जब भी भाजपा को देश की सेवा करने का मौका मिला है, हमने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनहित, जनकल्याण और विकास के कार्यों में सफलता हासिल की है।
पीएम मोदी कहा कि सुशासन के लिए अच्छी योजनाओं के साथ ही अच्छी तरह लागू करना ज़रूरी है। सरकारी योजनाओं का लाभ कितना पहुंचा यह सुशासन का पैमाना होता है। अतीत में कांग्रेस सरकारें घोषणाएं करने में माहिर हुआ करती थीं। घोषणाएं करना, फीता काटना, दिया जलाना, अखबार में तस्वीर छपवाने से उनका काम वहीं पूरा हो जाता था। उसका फायदा कभी लोगों को नहीं मिल पाता था।
पीएम मोदी कहा कि भारत में जो प्रमुख नदी घाटी परियोजनाएं बनाई गईं, वे सभी डॉ. बी.आर. आंबेडकर के दृष्टिकोण पर आधारित थीं। आज भी, केंद्रीय जल आयोग की पहल डॉ. आंबेडकर के प्रयासों में निहित हैं। हालांकि, कांग्रेस ने कभी जल संरक्षण और प्रमुख बांधों के विकास में आंबेडकर के योगदान के लिए श्रेय नहीं दिया। कांग्रेस ने कभी भी जनता को आंबेडकर के प्रयासों के बारे में जानने की अनुमति नहीं दी।
पीएम मोदी कहा कि जहां सुशासन होता है, वहां न केवल वर्तमान चुनौतियों का समाधान किया जाता है, बल्कि भविष्य की चुनौतियों पर भी काम किया जाता है। हालांकि, दुर्भाग्य से, लंबे समय तक कांग्रेस सरकारों ने देश पर शासन किया। कांग्रेस सरकार शासन को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती थी लेकिन कांग्रेस और शासन के बीच कोई संबंध नहीं था। इसका गंभीर परिणाम बुंदेलखण्ड के लोगों ने दशकों तक भुगता है।
पीएम मोदी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद, जब मैंने प्रगति कार्यक्रम के तहत प्रगति का विश्लेषण किया और पुरानी परियोजनाओं की समीक्षा की, तो मैं आश्चर्यचकित रह गया। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन 35-40 साल पहले किया गया था, उनमें एक इंच भी प्रगति नहीं देखी गई। सरकारों में योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की न तो मंशा थी और न ही गंभीरता।