
नई दिल्ली। भारत और इजराइल ने सोमवार को एक द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे भारत और इजराइल के बीच निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, ‘‘भारत और इजराइल सरकार ने आज नई दिल्ली में द्विपक्षीय निवेश समझौते बीआईटी पर हस्ताक्षर किए हैं।’’
इस समझौते पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके इजराइली समकक्ष बेजेलेल स्मोट्रिच ने हस्ताक्षर किए। इजराइली वित्त मंत्री स्मोट्रिच 8 से 10 सितंबर तक तीन दिनों की भारत यात्रा पर आए हैं।
बेजेलेल स्मोट्रिच, भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल से भी मुलाकात करेंगे। उनकी भारत यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय बैठकों के माध्यम से भारत के साथ इजराइल के आर्थिक और वित्तीय संबंधों को मजबूत करना और द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) और मुक्त व्यापार समझौते सहित कुछ प्रमुख समझौतों के लिए साझा आधार तैयार करना है।
बीआईटी से दोनों देशों के निवेशकों को उचित सुरक्षा का भरोसा मिलेगा। ये मध्यस्थता के जरिये विवाद निपटान के लिए एक स्वतंत्र मंच देगा। इसके अलावा, इजराइली वित्त मंत्री अपनी भारत यात्रा पर मुंबई और गांधीनगर स्थित गिफ्ट सिटी का भी दौरा करेंगे।
बताते चलें कि इजराइल ने साल 2000 से लेकर अभी तक 15 से भी ज्यादा देशों के साथ द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात, जापान, फिलीपींस, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
भारत और इजराइल रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच हर साल लगभग 4 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है। साल 2000-2025 के दौरान भारत से इजराइल में संचयी निवेश 443 मिलियन डॉलर था और अप्रैल 2000 से मार्च 2025 के दौरान भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में इजराइल का योगदान 334.2 मिलियन डॉलर था।