बरेली। यूपी के बरेली में शुक्रवार को हुए उपद्रव के सिलसिले में मौलाना तौकीर रजा समेत 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि, 39 उपद्रवी हिरासत में हैं। कोर्ट ने मौलाना तौकीर रजा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है।
बरेली में उपद्रव के सिलसिले में अब तक पुलिस ने 10 एफआईआर दर्ज की है। 7 एफआईआर में मौलाना तौकीर रजा का नाम है। 24 लोग उपद्रव में नामजद हैं। जबकि, 2000 अज्ञात की बात पुलिस ने एफआईआर में कही है।
पुलिस के मुताबिक बरेली में शुक्रवार को जिस जगह उपद्रव हुआ था, वहां से हथियार भी बरामद किए गए हैं। मौलाना तौकीर रजा इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख हैं। आई लव मोहम्मद के मामले में तौकीर रजा ने शुक्रवार को बरेली में प्रदर्शन का एलान किया था। जिसके बाद जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हुआ था।
बरेली में डीएम अविनाश सिंह ने इस मामले में बताया कि मौलाना तौकीर रजा ने लोगों से इस्लामिया कैंपस आने को कहा था। जबकि, पुलिस ने उनको बताया था कि भीड़ इकट्ठा न होने देने के लिए बीएनएस की धारा 163 लगाई गई है।
डीएम के मुताबिक तीन दिन पहले नदीम नाम का व्यक्ति उनके पास आया था। उसके एक दिन बाद मौलाना तौकीर रजा भी आए थे। बरेली के डीएम के मुताबिक मौलाना तौकीर रजा से कहा गया था कि अगर बिना मंजूरी कार्यक्रम हुआ, तो दिक्कत हो सकती है। तब उन्होंने इस बारे में फैसला करने की बात कही थी।
डीएम ने बताया कि पहले प्रशासन को नदीम और नफीस के दस्तखत वाला कागज दिया गया। उसके बाद शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया के जरिए उसका खंडन कर दिया गया। कहा गया कि प्रशासन को दी गई चिट्ठी फर्जी है।
डीएम के मुताबिक मौलाना तौकीर रजा से अलग-अलग माध्यम से बातचीत की जा रही थी। नमाज अदा कर ज्यादातर लोग चले भी गए थे। फिर कुछ लोगों ने उपद्रव किया। इससे पहले डीआईजी एके साहनी ने बताया था कि भीड़ ने तोड़फोड़ की। श्यामगंज में पुलिस पर फायरिंग भी हुई। उपद्रव में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।