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बीएसएफ के 61वें स्थापना दिवस पर बोले अमित शाह- एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बाहर निकालेंगे

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को गुजरात के भुज में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 61वें स्थापना दिवस (रेजिंग डे) समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। यहां बीएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए शाह ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उनके योगदान की तारीफ की। साथ ही नागरिकों को 12 राज्यों में मतदाता सूची में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों को इसका पूरी तरह समर्थन करना चाहिए, क्योंकि यह प्रक्रिया देश और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए अहम है। इसके जरिए हर एक घुसपैठिए को मतदाता सूची से बाहर किया जाएगा।

शाह ने संबोधन में कहा, मैं आज यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम इस देश में से एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुन कर बाहर निकालेंगे। ये हमारा प्रण है। एसआईआर की प्रक्रिया देश और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों का नाम लिए बिना कहा कि कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों को निकालने के इस अभियान को कमजोर करना चाहते हैं। उन्होंने बिहार चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता ने इस मुद्दे पर एनडीए को बहुमत दिया है। शाह ने कहा, दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल चुनाव आयोग की मतदाता सूची को सही करने के लिए लाई गई एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर रही है।

उन्होंने आगे कहा, मैं आज देशवासियों से अपील करता हूं कि वे खुलकर और पूरी तरह से चुनाव आयोग द्वारा चलाई जा रही एसआईआर प्रक्रिया का समर्थन करें। मैं घुसपैठियों का बचाव कर रहे राजनीतिक दलों को चेतावनी देना चाहता हूं कि बिहार चुनाव पूरे देश के जनादेश की तरह हैं।

अमित शाह ने कहा, कुछ ही दिनों में, बीएसएफ और सेना की बहादुरी की वजह से, पाकिस्तान ने (ऑपरेशन सिंदूर के दौरान) एकतरफ़ा सीज़फ़ायर का ऐलान कर दिया, और इससे पूरी दुनिया को यह साफ हो गया कि भारत के बॉर्डर और सुरक्षाबलों से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए; नहीं तो, उन्हें इसके नतीजे भुगतने होंगे। हमारी सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, हिज़्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के 9 ठिकानों पर बने हेडक्वार्टर, ट्रेनिंग कैंप और लॉन्च पैड को खत्म करने का काम किया।

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