
हड्डी , मांसपेशियों में रक्त संचालन और करता है कैल्शियम की कमी को दूर
“COW’s BOOSTER” दुधारू पशुओं के लिए पौसटिक आहार है , इसके सेवन से गऊ माता को लंबे समय तक स्वस्थ्य रखा जा सकता हैं। अनुभवी पशु चिकित्सकों के अनुसार देशी खनिजों से बने काऊ बूस्टर दुधारू पशुओं के लिए वरदान सबीत हो रहा है। इसे कम उम्र के कमजोर गऊ माता के बछड़ों को भी चिकित्सकों कि सलाह पर प्रति दिन 100 से 150 ग्राम का खुराक देने से उनके आकार में वृद्धि और स्वस्थ्य में सुधार होता है। गाय को उनकी उम्र के अनुसार खुराक में कमी या बढ़ोतरी कि जा सकती है। इसके दूरगामी परिणाम के तौर पर ” दुधारू पशुओं के पौसटिक आहार” से उनके शरीर के अंदर होने वाली विभिन्न कमियों को पूरा करने यह बूस्टर काफी सहयोगी साबित हुआ है, हालांकि इसके सेवन से दूध में भी वृद्धि होती है।
देश और विदेशों के अनुभवी पशु चिकित्सकों के अनुसार देशी खाद्य सामग्री से तैयार कि गई “COW’s BOOSTER” दुधारू पशुओं के स्वस्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, इसकी परख विश्व के कई प्रयोगशालाओं में जांच के बाद प्रमाणित भी किया जा चुका है। इसका सबसे अधिक चलन आस्ट्रेलिया, स्विट्ज़रलैंड, डेनमार्क जैसे देशों में किया जाता है। क्योंकि पर्यावरण के अनुकूल और हरे भरे उन देशों में दुधारू पशुओं को पालने और उनका दूध सप्लाई किया जाता है।
“COW’s BOOSTER” के सेवन से पशुओं को लाभ
1) यह पाउडर गायों में उर्जा प्रदान करता है और थकावट दूर करता है।
2) कैल्शियम की कमी को भी दूर करता है।
3) किटोसिस एवं मिल्क फीवर जैसी बिमारी में सहायक है।
4) विटामिन, मिनरल, खनीज ग्लूकोज की कमी दूर करता है।
5) इस पाउडर से गायों में पाचन शक्ति वृद्धि होती है हड्डियां और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है।
6 ) यह पाउडर गायों के समग्र स्वास्थ्य विकास में सहायक है।
भारत में क्यों जरूरी है “COW’s BOOSTER”
अपने देश में ऐसे कई राज्य हैं ,जहां पहाड़ी , मरुस्थल और रेगिस्तानी इलकें हैं। इसके अलावा मानसून के दौरान बाढ़ पीढ़ित क्षेत्रों में भी मवेशियों को उचित पौष्टिक आहार नहीं मिल पाता है। जिसका सीधा असर दुधारू पशुओं या यू कहें गऊ माता के स्वस्थ्य पर पड़ता है , इसके ढेरों मिसाल हैं। और तो और आपने सुन और देखा होगा कि बीच हाई वे हो या शहरों का सड़क हर तरफ मवेसी खाने कि तलाश में भटकते रहते हैं। ऐसे व पालतू सभी मवेशियों के लिए “COW’s BOOSTER” वरदान साबित होते हैं।