
माधुरी की देखभाल और भविष्य को लेकर Vantara का आधिकारिक वक्तव्य-
तिथि: 07 अगस्त 2025 | स्थान: मुंबई
मुंबई। Vantara जैन मठ और कोल्हापुर के लोगों के लिए माधुरी हाथी के गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को पूर्ण रूप से स्वीकार करता है। दशकों से, माधुरी जैन समुदाय की आध्यात्मिक परंपराओं और सामाजिक जीवन का अभिन्न हिस्सा रही हैं। हम उन सभी श्रद्धालुओं, जैन मठ के नेतृत्व एवं व्यापक समाज की भावनाओं का सम्मान करते हैं, जिन्होंने माधुरी से जुड़े अपने स्नेह और चिंताओं को प्रकट किया है।
Vantara की भूमिका इस मामले में केवल माननीय सुप्रीम कोर्ट और माननीय बॉम्बे हाई कोर्ट के बाध्यकारी निर्देशों के अनुपालन तक सीमित रही है। माधुरी का स्थानांतरण एक न्यायिक आदेश के तहत हुआ, और Vantara की ज़िम्मेदारी मात्र एक स्वतंत्र पशु रेस्क्यू एवं पुनर्वास केंद्र के रूप में देखभाल, चिकित्सा सहायता और निवास उपलब्ध कराना थी। Vantara ने न तो इस स्थानांतरण की पहल की और न ही इसकी सिफारिश की; साथ ही, धार्मिक भावनाओं में हस्तक्षेप करने का कोई उद्देश्य नहीं रहा।
हम कानूनी प्रक्रिया, उत्तरदायी पशु देखभाल और सामुदायिक सहभागिता के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इसी के अंतर्गत, यदि जैन मठ और महाराष्ट्र सरकार द्वारा माननीय न्यायालय में माधुरी की वापसी के लिए कोई आवेदन प्रस्तुत किया जाता है, तो Vantara उसमें पूर्ण समर्थन देगा। माननीय न्यायालय की स्वीकृति मिलने पर, Vantara उनकी सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी हेतु पूर्ण तकनीकी व पशु चिकित्सकीय सहायता प्रदान करेगा।
प्रस्तावित पुनर्वास केंद्र – नंदनी, कोल्हापुर
Vantara ने कोल्हापुर के नंदनी क्षेत्र में माधुरी के लिए एक उपग्रह पुनर्वास केंद्र (Satellite Rehabilitation Centre) स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा है। यह केंद्र जैन मठ, महाराष्ट्र सरकार, विशेषज्ञों की समिति तथा अंतरराष्ट्रीय हाथी देखभाल मानकों के परामर्श से विकसित किया जाएगा।
प्रस्तावित सुविधाएं होंगी:
हाइड्रोथेरेपी तालाब (जोड़ों और मांसपेशियों की राहत हेतु)
तैराकी और प्राकृतिक गतिविधियों के लिए बड़ा जलाशय
लेज़र थेरेपी व फिजिकल थेरेपी कक्ष
रात के लिए ढंका हुआ विश्राम आश्रय
बिना जंजीरों के खुला हरित स्थान
रेत के गड्ढे प्राकृतिक व्यवहार हेतु
24×7 पशु चिकित्सा क्लिनिक
रबरयुक्त फर्श और सॉफ्ट सैंड माउंड्स (गठिया व पैरों के संक्रमण से राहत हेतु)
इस केंद्र के लिए भूमि चयन जैन मठ और राज्य सरकार के साथ परामर्श से किया जाएगा। सभी अनुमतियाँ प्राप्त होते ही Vantara की विशेषज्ञ टीम कार्य प्रारंभ करने हेतु तैयार है।
स्पष्टीकरण एवं क्षमा याचना
यह प्रस्ताव केवल माननीय न्यायालय द्वारा माधुरी के भविष्य को लेकर दिए जाने वाले किसी भी निर्देश को लागू करने हेतु है। इसका उद्देश्य Vantara को किसी प्रकार की मान्यता या श्रेय प्राप्त करना नहीं है। यह एक सुझाव है, कोई अनिवार्य शर्त नहीं।
यदि हमारी संलिप्तता, जो केवल न्यायालय के निर्देशों के अनुसार थी, के कारण जैन समाज या कोल्हापुर की जनता को कोई दुःख पहुंचा हो, तो हम गहन खेद व्यक्त करते हैं।
मिच्छामी दुक्कड़म् — यदि हमारे विचार, शब्द या कार्य से किसी को पीड़ा पहुंची हो — जानबूझकर या अनजाने में — तो हम क्षमा याचना करते हैं।
Vantara भारतभर में पशु कल्याण, पारदर्शिता, संस्थागत नैतिकता और सामुदायिक सम्मान के उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य है कि हम सभी एकजुट होकर आगे बढ़ें — और इस प्रयास का केंद्र माधुरी के प्रति हमारा प्रेम बना रहे।