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पीएम मोदी को मिला फिजी का सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’





नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिजी के पीएम सित्वनी राबुका की ओर से फिजी के सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया गया है। बता दें कि अब तक गिने चुने गैर फिजी लोगों की यह सम्मान मिला है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी से इस वक्त पापुआ न्यू गिनी में हैं। आज वे अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होंगे।

इससे पहले आज पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पीएम मरापे के साथ तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान भारत की भूमिका को पूरी दुनिया ने देखा है।

पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन में कहा कि ग्लोबल साउथ देशों पर कोविड महामारी का प्रभाव सबसे ज्यादा पड़ा है। इन देशों में प्राकृतिक आपदाएं, जलवायु परिवर्तन, गरीबी, भुखमरी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं पहले से ही थी, लेकिन अब नई परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं। फार्मा, फर्टिलाइजर और फ्यूल की सप्लआई में बाधाएं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें हम पहले अपना मानते थे पता चला कि वे इस संकट के वक्त हमारे साथ नहीं थे। इस कठिन वक्त में पुराना वाक्य फिर से सिद्ध हुआ कि ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत अपनी क्षमता के अनुरूप हमेशा से ही अपने सभी साथी देशों की मदद करता रहा है। मैंने पहले भी कहा था कि आप छोटे द्वीप नहीं बल्कि मेरे लिए बड़े महासागरीय देश हैं। आपका महासागर ही भारत को आपके साथ जोड़ता है।

पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ कि चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को भारत जी-20 के जरिए विश्व के समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है। पिछले दो दिनों में जी-7 समिट में मेरा भी यही प्रयत्न रहा है। भारत ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं और मुझे खुशी है कि हम इन पर काफी तेजी से काम कर रहे हैं।

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