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राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर बोली कांग्रेस- सच बोलने की सजा मिली…





नई दिल्ली। राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस में आक्रोश देखा जा सकता है। देश में इस समय कांग्रेस नेता भाजपा सरकार को लेकर निशाना साध रही है। कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है और जोर देकर कहा है कि राहुल गांधी को सच बोलने की और जनता के हक की लड़ाई लड़ने की सजा मिली है। राहुल गांधी ने लोगों के हक की आवाज उठाई जिसका परिणाम वे भुगत रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल जी को डिसक्वालीफाई करने के लिए यह सारे प्रयास किए गए हैं। सच बोलने और लोकतंत्र के उसूलों के अनुसार जनता के हक के लिए लड़ने वालों का मुंह बंद करने के लिए ही राहुल जी की संसद से सदस्यता रद्द की गई है।

वहीं, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राहुल गांधी निर्भीक होकर बोल रहे हैं, उन्होंने समाजिक, आर्थिक, राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोला है और वो इसी का परिणाम भुगत रहे हैं। वो तो तथ्य पर बात करते हैं, फिर चाहे नोटबंदी पर हो, चीन का मुद्दा हो या जीएसटी का, उन्होंने लगातार सवाल उठाए हैं और इसी वजह से सरकार उनकी आवाज दबाने के लिए ये सब कर रही है। राहुल विदेश जाते हैं, वहां कुछ बोलते हैं तो उनपर आरोप लगाया जाता है। सदन में उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है।

अभिषेक मनु सिंघवी ने आगे कहा कि सेक्शन 103 के तहत सदस्यता रद्द करने का फैसला राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए था। वहां भी राष्ट्रपति पहले चुनाव आयोग से सुझाव लेता है, फिर कोई फैसला होता है। लेकिन इस मामले में इस प्रक्रिया का पालन भी नहीं किया गया। जानबूझकर सरकार ने लोकतांत्रिक संस्था को खत्म करने की कोशिश की है।

सिंघवी ने आरोप लगाया कि साल 2014 के बाद सैकड़ों मामले ऐसे सामने आए हैं, जिसमें बोलने की स्वतंत्रता को खत्म किया गया। राहुल गांधी हमेशा से निडर होकर बोले हैं, जिसकी वे कीमत चुका रहे है। एक झूठे आडम्बरी राष्ट्रवाद का बहाना लेकर राहुल गांधी पर आरोप लगाए जा रहे है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि भारत जोड़ों यात्रा से भाजपा घबराई हुई है। भारत जोड़ो यात्रा ने देश में नई उत्साह और नई राह दिखाई है। भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के कारण ही राहुल गांधी को कीमत चुकानी पडी है।

राहुल गांधी ने अडानी के महा घोटाला की बात कही, जिसकी उन्हें कीमत चुकानी पडी है। यह घोटाला अडानी से संबंधित नहीं है बल्कि पीएम की नीयत से जुड़ा हुआ है। पीएम की साजिश बनाम राहुल गांधी की कोशिश है। अब प्रतिशोध,धमकी, उत्पीड़न की राजनीति हो रही है। स्पीकर ने संसद में राहुल गांधी को बोलने का मौका नहीं दिया। राहुल गांधी ने तीन बार समय मांगा लेकिन नहीं मिला। यह राजनीतिक लड़ाई बन गई है इसे लेकर अब हम देश भर जनता की जनता के बीच जाएंगे।

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